विश्व जागृति मिशन ने मनाया युवा अभ्युदय अभियान दिवस

विश्व जागृति मिशन ने मनाया युवा अभ्युदय अभियान दिवस

पानीपत, 3 अगस्त (स.ह.): परम पूज्य सुधांशु महाराज एवं डा. अर्चिका की प्रेरणा से विश्व जागृति मिशन पानीपत मंडल द्वारा तहसील कैंप स्थित ए-वन स्कूल में युवा अभ्युदय दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि सी.एम.ओ. डा. जयंत आहूजा एवं जिला भाजपाध्यक्ष डा. अर्चना गुप्ता द्वारा ज्योत प्रज्वलित करके किया गया।

मन को प्रसन्न रखना श्रेष्ठ तप है: सुधांशु महाराज

मन को प्रसन्न रखना श्रेष्ठ तप है: सुधांशु महाराज

दक्षिण भारत राष्ट्रमत dakshinbharat.com बेंगलूरु। स्थानीय विश्व जागृति मिशन की बेंगलूरु शाखा द्वारा सुधांशु महाराज की निश्रा में चल रहे अमृत ज्ञान वर्षा के आखिर दिन रविवार को जयनगर स्थित पूर्णिमा कन्वेंशन सेन्टर में पूर्व एसीपी मुनिरत्ना, जगदीश गिलड़ा एवं निरंजन सारडा शामिल हुए। व्यास पूजन श्यामसुन्दर सुल्तानिया द्वारा सम्पन्न हुआ।

इस मौके पर गुरुदेव श्री सुधांशु जी महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गीता में कहे गए अमृत ज्ञान की सन्देश देते हुए कहा कि हर समय प्रसन्न रहने का स्वभाव बनाएं। हमारा मन जहां भी लगता है उसे कई गुणा बढ़ा देता है। किसी की बुराई पर मन टिक जाता है तो हजार गुणा बुराई उसमें नजर आएगी। उसकी अच्छाई में भी दोष नजर आएगा लेकिन अगर हमारा मन किसी के अच्छाई पर टिके उस व्यक्ति हर व्यवहार एवं हर रूप अच्छा लगता है।

‘भगवान का गीत है गीता’: सुधांशु महाराज

‘भगवान का गीत है गीता’: सुधांशु महाराज

दक्षिण भारत राष्ट्रमत dakshinbharat.com बेंगलूरु | विश्व जागृति मिशन के बेंगलूरू मण्डल के द्वारा आयोजित चार दिवसीय विराट भक्ति सत्संग महोत्सव कार्यक्रम के तीसरे दिन शनिवार को मिशन के संस्थापक सुधांशुजी महाराज ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का गीत ही गीता है। सम्पूर्ण विश्व में सबसे ज्यादा पसन्द किया जानेवाला ग्रंथ श्रीमद्भगवतगीता है। कर्तव्य की दीक्षा, सन्तुलन बनाने की शिक्षा, अमृतमय ज्ञान का भोजन तथा शरणागति की विधि हमें गीता से प्राप्त होती है। सम्पूर्ण संसार के हित के लिए करुणा करके भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का सन्देश अर्जुन को दिया। वेद पुराण, उपनिषद, नीति ग्रंथ, रामायण, गीता एवं महाभारत में धर्ममय जीवन की व्याख्या है। गीता के प्रथम अध्याय में भगवान श्रीकृष्ण ने बताया कि जीवन में अगर कभी दुःख, पीड़ा एवं निराशा आ जाए तो उसे भी अपनी ताकत बनाकर सफलता का मार्ग बनाओ।

सत्य का मार्ग कठिन पर परिणाम सुखद होते हैं : सुधांशु महाराज

सत्य का मार्ग कठिन पर परिणाम सुखद होते हैं : सुधांशु महाराज

दक्षिण भारत राष्ट्रमत dakshinbharat.com बेंगलूरू। विश्व जागृति मिशन के तत्वावधान में जाने माने सुधांशुजी महाराज के मुखारविंद से ‘अमृत ज्ञानवर्षा’ का चार दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। पहले दिन राजनकुंटे स्थित श्रीधाम आश्रम में सुधांशुजी महाराज ने सत्य के मार्ग पर चलने की सलाह देते हुए कहा कि मानव बुद्धिजीवी है और उसे विवेक से काम लेना चाहिए। सद्मार्ग शुरू में तो बहुत कठीन होता है परन्तु अंत में सुखद फलदायी होता है। संतश्री ने कहा कि सत्य को कोई पराजित नहीं कर सकता। व्यक्ति को सत्य मार्ग पर चलने में कठिनाई जरूरी आती है परन्तु लम्बे अंतराल में व्यक्ति को सुख मिलता है। सत्य हमेशा शाश्वत होता है, सत्य को छिपाया जा सकता है परन्तु उसे प्रकट होने से भी रोका नहीं जा सकता। सत्य जीवन जीने की कला है। सत्य हमें प्रभु की ओर उठाया हुआ पहला कदम है। व्यक्ति को हमेशा एक कदम उठाने का ही प्रयास करना चाहिए, क्योंकि बाद में तो सत्य का साथ देने वाले का हाथ स्वयं प्रभु संभाल लेते हैं। इससे पूर्व गुरुवार को सुबह आचार्य श्री का बेंगलूरू एयरपोर्ट पर आगमन हुआ। संस्था के प्रधान केके टांटिया, सुभाष गोयल, गुलशन खन्ना, श्यामसुन्दर सुल्तानिया, प्रमोद टांटिया, आदित्य टांटिया, राजेन्द्र प्रसाद गोयल, गोपाल लाठ आदि ने संतश्री का स्वागत किया। आश्रम में संतश्री का भव्य स्वागत किया गया।

विश्व जागृति मिशन ने दिए दस लाख | मुख्यमंत्री को सौंपा चेक, आपदा में सहयोग का किया वादा

विश्व जागृति मिशन ने दिए दस लाख
मुख्यमंत्री को सौंपा चेक, आपदा में सहयोग का किया वादा

प्रदेश में बरसात की तबाही से मिले जख्मों पर मरहम लगाने के लिए प्रदेश सरकार के राहत कोष में विश्व जागृति मिशन ने अपना सहयोग दिया है। संगठन ने प्रदेश के राहत कोष को दस लाख रूपए की राशि सौंपी है। जागृति मिशन के प्रदेश ईकाई के सदस्यों ने शिमला में मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू से मुलाकात की है और उन्हें दस लाख रूपए की राशि का चैक सौंपा। इस मौके पर शिमला ईकाई के प्रधान हरी चंद गुप्ता, सुंदरनगर के प्यारे लाल गुप्ता, मंडल के सहसंयोजक अखिलेश कपूर, कुल्लू मंडल के प्रधान पवन गुप्ता, मंडी मंडल प्रधान कश्मीर चंद ठाकुर, घुमारवीं मंडल के प्रधान सतीश गोस्वामीख् पालमपुर मंडल के प्रधान रविंद्र भारद्वाज, शिमला ईकाई के नवीन गुप्ता, रजीव कुठियाला विशेष तौर मौजूद रहे। संगठन के पदाधिकारियों ने इस दौरान मुख्यमंत्री को आश्वस्त करवाया कि आपदा की इस घड़ी में जागृति मिशन सरकार के साथ खड़ा है। जरूरत आने पर और भी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री ने मदद करने के लिए संगठन का आभार व्यक्त किया है।

 

परिवार जोड़ो अभियान को लेकर विश्व जागृति मिशन ने की मीटिंग

परिवार जोड़ो अभियान को लेकर विश्व जागृति मिशन ने की मीटिंग

सवेरा न्यूज / विनोद पांचाल पानीपत, 17 जुलाई : परमपूज्य सुधांशु जी महाराज द्वारा स्थापित विश्व जागृति मिशन पानीपत द्वारा परिवार जोड़ो अभियान के अंतर्गत आज आहूजा हॉस्पिटल में एक मीटिंग का आयोजन किया गया। डा. जगजीत आहूजा ने मीटिंग में बताया की महाराज जी चाहते हैं सभी परिवार के सदस्य मीटिंग में भाग लेते विश्व जागृति मिशन पानीपत मंडल के सदस्य। (मोहन लाल) एकजुट होकर पूजा पाठ करें, अपने परिवार में बच्चों को अपने अच्छे संस्कार भी दें। कार्यकारी प्रधान यश पाल चौधरी ने बताया कि इसके लिए समय समय पर मीटिंग्स और प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी। इस अवसर पर आचार्य रत्नेश त्रिपाठी, राम नारायण रावल, इंदर चुघ, रमेश आर्य, गणेश, आर के सेठी, राम निवास, गिरीश, सालिक राम, मंजू रावल, कांता छाबड़ा, नीलम दत्ता, वीना चुघ व रानी आदि विशेष रूप से उपस्थित रहे।

कांवड़ियों ने शिवालयों में किया जलाभिषेक

कांवड़ियों ने शिवालयों में किया जलाभिषेक

नई दिल्ली (एसएनबी)। श्रावण मास की शिवरात्रि के अवसर पर महंत परिसर में स्थित महाकालेश्वर शिव का हजारों कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया। अभिषेक के बाद श्री कालिका पीठाधीश्वर महंत सुरेन्द्रनाथ अवधूत ने कांवड़ियों में रुद्राक्ष की माला व रुद्राक्ष वितरित किए। कालका मंदिर के महंत परिसर में स्थित शिवलिंग के आसपास भक्तों का लंबी कतार थी। लोगों के हाथों में जल, भेल पत्र थे और वह सभी शंकर भगवान के जयकारे लगा रहे थे।

बक्करवाला स्थित आनंदधाम में विश्व जागृति मिशन के विशाल प्रांगण में स्थापित द्वादशलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए रविवार को भी भक्तों का तांता लगा रहा। इस पावन अवसर पर मिशन के संस्थापक अध्यक्ष गुरुदेव सुधांशु जी महाराज ने शिव भक्तों एवं कांवड़ियों की उपस्थिति में शिव वरदान तीर्थ स्थित द्वादश ज्योर्तिलिंग, तिरुपति बालाजी, कुबेर श्रीयंत्र आदि विग्रहों का लोकार्पण वेदमय ध्वनि के साथ किया। मंदिर परिसर में वैदिक विद्वान विश्वकल्याणार्थ शतचंडी यज्ञ में आहूतियां प्रदान कर रहे हैं। भोलेबाबा के जयघोष से संपुर्ण वातावरण शिवमय सा प्रसीत हो रहा है। श्रावण मास शिवकथा के महत्व पर गुरुदेव सुधांशु महाराज ने प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस पवित्र अवसर पर भोले बाबा की कथा के रसपान से संपूर्ण कष्ठों का निवारण हो जाता है।

हर्षोल्लास से मनाई गई सावन की शिवरात्रि

हर्षोल्लास से मनाई गई सावन की शिवरात्रि

नई दिल्ली (एसएनबी)। सावन मास में विश्व जागृति मिशन की ओर से आनंदधाम आश्रम आयोजित शिव महोत्सव में वैदिक विद्वान, भोले बाबा के जयघोष के साथ कांवड़ियों व भक्तों ने जलाभिषेक किया। यहां स्थापित 12 ज्योर्तिलिंग, पशुपतिनाथ मंदिर, श्रीराम दरबार, व माता वैष्णोदेवी का गुफाओं वाले मंदिर के दर्शनार्थ भक्तों का तांता लगा हुआ है। इस पावन अवसर पर गुरुदेव सुधांशु जी महाराज के सान्निध्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

शिव आराधना कार्यक्रम में देशभर से आए वैदिक विद्वान

शिव आराधना कार्यक्रम में देशभर से आए वैदिक विद्वान

विश्व विख्यात संत पूज्य सुधांशु जी महाराज और डा. अर्चिका दीदी के पावन सान्निध्य में आनन्दधाम आश्रम, बक्करवाला में सावन के पावन महीने में भगवान शिव की आराधना के लिए 9 दिवसीय शिव आराधना कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

यह कार्यक्रम 9 से 17 जुलाई 2023 तक होने वाला है जिसके तहत भक्तों के द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए वटवृक्ष पूजन, रुद्राभिषेक, स्त्रोत पाठ, महामृत्युंजय जाप, शिव पंचाक्षर जाप, भजन आदि किए जा रहे हैं।

यूसीसी देशवासियों के लिए कल्याणकारी : आचार्य सुधांशु

यूसीसी देशवासियों के लिए कल्याणकारी : आचार्य सुधांशु

केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित समान नागरिक संहिता (यूसीसी) को लाने की तैयारी के मध्य अब देश के प्रतिष्ठित साधु संतों से भी राय शुमारी का सिलसिला तेज हो गया है।

इसी कड़ी में बृहस्पतिवार को विश्व जागृति मिशन के संस्थापक अध्यक्ष एवं प्रख्यात कथा वाचक आचार्य सुधांशु जी महाराज ने यूसीसी का समर्थन करते हुए इसे देश की गति देने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार का विजन स्पष्ट है वह वशुधैव कुटुम्बकम्, सर्वजन हिताय सर्वजन सुखाय, अनेकता में एकता वाले भारत को संसार के पटल पर अंकित कर रही है । आजादी की अमृत काल की इस बेला में यूसीसी यानी यूनिफार्म सिविल कोड (यूसीसी) का लागू होना देशवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा ।