कांवड़ियों ने शिवालयों में किया जलाभिषेक

कांवड़ियों ने शिवालयों में किया जलाभिषेक

नई दिल्ली (एसएनबी)। श्रावण मास की शिवरात्रि के अवसर पर महंत परिसर में स्थित महाकालेश्वर शिव का हजारों कांवड़ियों ने जलाभिषेक किया। अभिषेक के बाद श्री कालिका पीठाधीश्वर महंत सुरेन्द्रनाथ अवधूत ने कांवड़ियों में रुद्राक्ष की माला व रुद्राक्ष वितरित किए। कालका मंदिर के महंत परिसर में स्थित शिवलिंग के आसपास भक्तों का लंबी कतार थी। लोगों के हाथों में जल, भेल पत्र थे और वह सभी शंकर भगवान के जयकारे लगा रहे थे।

बक्करवाला स्थित आनंदधाम में विश्व जागृति मिशन के विशाल प्रांगण में स्थापित द्वादशलिंग पर जलाभिषेक करने के लिए रविवार को भी भक्तों का तांता लगा रहा। इस पावन अवसर पर मिशन के संस्थापक अध्यक्ष गुरुदेव सुधांशु जी महाराज ने शिव भक्तों एवं कांवड़ियों की उपस्थिति में शिव वरदान तीर्थ स्थित द्वादश ज्योर्तिलिंग, तिरुपति बालाजी, कुबेर श्रीयंत्र आदि विग्रहों का लोकार्पण वेदमय ध्वनि के साथ किया। मंदिर परिसर में वैदिक विद्वान विश्वकल्याणार्थ शतचंडी यज्ञ में आहूतियां प्रदान कर रहे हैं। भोलेबाबा के जयघोष से संपुर्ण वातावरण शिवमय सा प्रसीत हो रहा है। श्रावण मास शिवकथा के महत्व पर गुरुदेव सुधांशु महाराज ने प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस पवित्र अवसर पर भोले बाबा की कथा के रसपान से संपूर्ण कष्ठों का निवारण हो जाता है।

हर्षोल्लास से मनाई गई सावन की शिवरात्रि

हर्षोल्लास से मनाई गई सावन की शिवरात्रि

नई दिल्ली (एसएनबी)। सावन मास में विश्व जागृति मिशन की ओर से आनंदधाम आश्रम आयोजित शिव महोत्सव में वैदिक विद्वान, भोले बाबा के जयघोष के साथ कांवड़ियों व भक्तों ने जलाभिषेक किया। यहां स्थापित 12 ज्योर्तिलिंग, पशुपतिनाथ मंदिर, श्रीराम दरबार, व माता वैष्णोदेवी का गुफाओं वाले मंदिर के दर्शनार्थ भक्तों का तांता लगा हुआ है। इस पावन अवसर पर गुरुदेव सुधांशु जी महाराज के सान्निध्य में विविध कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।

शिव आराधना कार्यक्रम में देशभर से आए वैदिक विद्वान

शिव आराधना कार्यक्रम में देशभर से आए वैदिक विद्वान

विश्व विख्यात संत पूज्य सुधांशु जी महाराज और डा. अर्चिका दीदी के पावन सान्निध्य में आनन्दधाम आश्रम, बक्करवाला में सावन के पावन महीने में भगवान शिव की आराधना के लिए 9 दिवसीय शिव आराधना कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

यह कार्यक्रम 9 से 17 जुलाई 2023 तक होने वाला है जिसके तहत भक्तों के द्वारा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए वटवृक्ष पूजन, रुद्राभिषेक, स्त्रोत पाठ, महामृत्युंजय जाप, शिव पंचाक्षर जाप, भजन आदि किए जा रहे हैं।