सत्य का मार्ग कठिन पर परिणाम सुखद होते हैं : सुधांशु महाराज

सत्य का मार्ग कठिन पर परिणाम सुखद होते हैं : सुधांशु महाराज

दक्षिण भारत राष्ट्रमत dakshinbharat.com बेंगलूरू। विश्व जागृति मिशन के तत्वावधान में जाने माने सुधांशुजी महाराज के मुखारविंद से ‘अमृत ज्ञानवर्षा’ का चार दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। पहले दिन राजनकुंटे स्थित श्रीधाम आश्रम में सुधांशुजी महाराज ने सत्य के मार्ग पर चलने की सलाह देते हुए कहा कि मानव बुद्धिजीवी है और उसे विवेक से काम लेना चाहिए। सद्मार्ग शुरू में तो बहुत कठीन होता है परन्तु अंत में सुखद फलदायी होता है। संतश्री ने कहा कि सत्य को कोई पराजित नहीं कर सकता। व्यक्ति को सत्य मार्ग पर चलने में कठिनाई जरूरी आती है परन्तु लम्बे अंतराल में व्यक्ति को सुख मिलता है। सत्य हमेशा शाश्वत होता है, सत्य को छिपाया जा सकता है परन्तु उसे प्रकट होने से भी रोका नहीं जा सकता। सत्य जीवन जीने की कला है। सत्य हमें प्रभु की ओर उठाया हुआ पहला कदम है। व्यक्ति को हमेशा एक कदम उठाने का ही प्रयास करना चाहिए, क्योंकि बाद में तो सत्य का साथ देने वाले का हाथ स्वयं प्रभु संभाल लेते हैं। इससे पूर्व गुरुवार को सुबह आचार्य श्री का बेंगलूरू एयरपोर्ट पर आगमन हुआ। संस्था के प्रधान केके टांटिया, सुभाष गोयल, गुलशन खन्ना, श्यामसुन्दर सुल्तानिया, प्रमोद टांटिया, आदित्य टांटिया, राजेन्द्र प्रसाद गोयल, गोपाल लाठ आदि ने संतश्री का स्वागत किया। आश्रम में संतश्री का भव्य स्वागत किया गया।

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