समय की कीमत समझने वाले होते हैं सफल, वे बनते हैं महान

भिलाई-छत्तीसगढ़ में आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने कहा

ॐ नमः शिवाय के समूह गायन से गूँजी प्रभु श्रीराम की ननिहाल स्थली

सत्संग स्थल पर लगे एक दर्जन स्टॉल दे रहे हैं विजामि गतिविधियों की जानकारियाँ

विराट भक्ति सत्संग महोत्सव में मची सार्थक प्रेरणाओं की धूम

”वो योग्यता दो सत्कर्म कर लूँ, हृदय में अपने सदभाव भर लूँ”

 Those who understand the value of time are successful, they become greatदुर्ग-भिलाई, छत्तीसगढ़ 14 दिसम्बर। विश्व जागृति मिशन के भिलाई-दुर्ग मण्डल द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विराट भक्ति सत्संग की के आज के पूर्वाह्नकालीन सत्र में मिशन प्रमुख आचार्य श्री सुधांशु जी महाराज ने सार्थक सफल एवं आनन्ददायी जीवन की दिशाधारा के अनेक महत्वपूर्ण सूत्र सत्संग सभागार में उपस्थित जनसमुदाय को दिए। भारी संख्या में मौजूद ज्ञान-जिज्ञासुओं से उन्होंने कहा कि जो लोग समय की कीमत समझ लेते हैं वे जीवन के हर क्षेत्र में सफल होते हैं और वे महानता के पथ पर निरन्तर बढ़ते चले जाते हैं। उन्होंने सभी से समय की कद्र करने को कहा और जिंदगी की विभिन्न गतिविधियों में समय का सही एवं समुचित ढंग से नियोजन करने के अनेक मंत्र दिए। कहा कि समय का संयम करने में सफल हो गए व्यक्तियों से इन्द्रियों का संयम सहज ही सध जाता है। उन्होंने वाणी के संयम के अलावा अर्थ (धन) के संयम की बातें भी सभी को बतायीं।

प्रखर अध्यात्मवेत्ता श्री सुधांशु जी महाराज ने जनमानस को कई जीवन सूत्र सिखलाए। कहा कि जीवन की व्यथाओं को दूर करने के लिए जीवन की व्यवस्थाओँ को ठीक करना पड़ता है। चिन्ताओं को दूर करने के लिए चिन्तन को ठीक करना पड़ता है। कहा कि चिन्ताएं खुद-ब-खुद आ जाती है लेकिन चिन्तन के लिए प्रयास करना होता है। चिन्ता की कोई दिशाधारा नहीं होती, चिन्तन में उसके बिन्दु सम्मिलित होते हैं। उन्होंने जीवन को सुव्यवस्थित बनाने के लिए गीता को आधार बनाकर ज्ञान-जिज्ञासुओं को अनेक जीवन मन्त्र दिए।

 Those who understand the value of time are successful, they become greatआचार्य श्री सुधांशु जी महाराज द्वारा गाये गए गीत ”हे नाथ अब तो ऐसी दया हो जीवन निरर्थक जाने न पाए” को जब सैकड़ों व्यक्तियों ने एक साथ गाया, तब सत्संग सभा स्थल का वातावरण बड़ा ही सुचितापूर्ण व सुरम्य बन उठा। उधर मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम की ननिहाल स्थली ‘ॐ नमः शिवाय’ के अद्भुत समूह गायन से भी गूँजी। उपस्थित जनसमुदाय ने अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण की सभी बाधाओं के हट जाने पर प्रसन्नता जतायी और राजा रामचंद्र के जयकारे सोल्लास लगाए।

इसके पूर्व सर्वश्री हर्षवीर गुप्ता, केकेएन सिंह, महेन्द्र देवांगन तथा शेखर जोशी ने सपत्नीक सत्संग मंच पर जाकर व्यासपूजन का विशेष अनुष्ठान सम्पन्न किया। नई दिल्ली से भिलाई आये विश्व जागृति मिशन के अधिकारी श्री प्रयाग शास्त्री ने बताया कि सत्संग स्थल पर एक दर्जन से ज्यादा स्टॉल लगाए गए हैं, जिनके माध्यम से जनसेवा की अनेक गतिविधियों का प्रदर्शन किया गया है। इन स्टॉलों में साहित्य, वृद्धजन सेवा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा सेवा, गौ सेवा, कैलाश यात्रा, अनाथ शिक्षा सेवा, धर्मादा सेवा, गुरुकुल आदि के स्टॉल शामिल हैं।

समय की कीमत समझने वाले होते हैं सफल, वे बनते हैं महानआनन्दधाम नई दिल्ली से भिलाई पहुँचे मिशन निदेशक श्री राम महेश मिश्र के मुख्य मंचीय समन्वयन में चले सत्संग समारोह के मुख्य आयोजक एवं मिशन के भिलाई-दुर्ग मण्डल के प्रधान श्री चमन लाल बंसल ने बताया कि सत्संग महोत्सव में दूर-दूर से भारी संख्या में ज्ञान-पिपासु भिलाई आ रहे हैं।

वरिष्ठ समाजसेवी तथा विश्व जागृति मिशन रायपुर मण्डल के प्रधान श्री सुनील सचदेव ने बताया कि मार्च 2018 में लिए गए संकल्प के अनुसार यहाँ परसदा के समीप स्थित मिशन के ब्रह्मलोक आश्रम में कैलाश मानसरोवर की प्रतिकृति का निर्माण किया जा रहा है। इसका निर्माण जल्द से जल्द कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। कहा कि यह मन्दिर अपने आपमें विश्व का अनूठा मन्दिर होगा।

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