
आनन्दधाम मे बसन्त पर्व पर आज पन्द्रह जोड़े दाम्पत्य सूत्र बन्धन में बँधे।
प्रजापति समाज को हार्दिक साधुवाद, बहुत बहुत बधाइयाँ। “खर्चीली शादियाँ हमें दरिद्र और बेईमान बनाती हैं” और “भगवान भास्कर सूर्यदेव के प्रकाश में हुए विवाह वैदिक और ऋषिप्रणीत होते हैं और ढेरों बुराइयों एवं असुविधाओं से मुक्त होते हैं” जैसे सन्देश ३ हज़ार से ज़्यादा मौजूद लोगों के बीच हमारे