अपरा एकादशी के व्रत पूजन से अपार धन-समृद्धि की प्राप्ति

अपरा एकादशी के व्रत पूजन से अपार धन-समृद्धि की प्राप्ति
ज्येष्ठ कृष्ण पक्ष 23 मई, 2025 शुक्रवार को अपरा एकादशी व्रत है। भगवान विष्णु को प्रिय एकादशी का व्रत सभी व्रतों में उसी तरह से श्रेष्ठ माना जाता है, जैसे सभी नदियों के जल में गंगाजल को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
पौराणिक मान्यता के अनुसार अपरा एकादशी के व्रत-पूजन से श्रद्धालु भक्त के जीवन में चली आ रही प्रत्येक परेशानियों का अंत हो जाता है। तथा जीवन में सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। इस एकादशी में भगवान लक्ष्मीनारायण के पूजन से भक्तों का इहलोक तो सुधरता ही है साथ ही इस जीवन के बाद अगले जन्म में व्यक्ति धनवान कुल में जन्म लेता है और अपार धन-वैभव को प्राप्त करता है। हमारे धर्मशास्त्र कहते हैं कि परनिन्दा, झूठ, चुगली, छल, ठगी, चोरी ऐसे पाप हैं, जिनके कारण व्यक्ति को नर्क में जाना पड़ता है। इस एकादशी के व्रत-पूजन, यज्ञ-अनुष्ठान से इन पापों के प्रभाव में कमी आती है और व्यक्ति नर्क की यातना भोगने से बच जाता है। तथा उसे सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
पूज्य सद्गुरुदेव श्री सुधांशु जी महाराज के आशीर्वाद से भक्तों के जीवन में आने वाले कष्ट-क्लेशों से मुक्ति व सुख-सौभाग्य की प्राप्ति हेतु ” युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र” द्वारा 23 मई, 2025 शुक्रवार को अपरा एकादशी के पावन पर्व पर आनन्दधाम आश्रम दिल्ली में पूजा-पाठ, मंत्र जाप, यज्ञ-अनुष्ठान आयोजित किये जा रहे हैं। श्रद्धालु भक्त ऑनलाइन यजमान बनकर पुण्य लाभ प्राप्त करें।
मन्त्र, पाठ एवं अनुष्ठान विवरण
युगऋषि पूजा एवं अनुष्ठान केन्द्र